Menu
blogid : 355 postid : 350

इंटरनेट की माया

थोडा हल्का - जरा हटके (हास्य वयंग्य )
थोडा हल्का - जरा हटके (हास्य वयंग्य )
  • 247 Posts
  • 1192 Comments

वाह रे इंटरनेट ! पूरी दुनिया में कुछ भी ढूंढ़ना हो इंटरनेट बाबा की शरण में आ जाओ सब मिलता है. लोग कहते हैं भगवान के दरवाजे से कोई खाली हाथ नहीं लौटता और हम कहते हैं इंटरनेट की दरवाजे से तो कोई भी खाली हाथ नहीं लौटता. इंटरनेट पर गूगल महादेव ने तो सबका काम ही आसान कर दिया है. कोई भी शब्द डाल दो, मजाल की आपको रिजल्ट ना मिले. भूले-भटके, थके-हारे, किस्मत के मारे सबका मसीहा है इंटरनेट. दिमाग जितनी देर में एक सवाल को हल करता है उतने में तो इंटरनेट दो तीन सवालों को खत्म कर चुका होता है.


इंटरनेट की इसी माया को एक कवि ने क्या खूब अपने शब्दों में पिरोया है जरा गौर फरमाइए और याद रखिए अगर इंटरनेट का इस्तेमाल एक हद में करेंगे तो वो आपको मजा देगा वरना सजा.


इंटरनेट की माया


माउस धइले लोग धधाइल बाटे इंटरनेट पर


सबके वेबसाइट छीताराइल बाटे इंटरनेट पर


अजबे-गजबे मंत्र मराइल बाटे इंटरनेट पर



जब-जब कैफे वाला कहलस सर्वर डाउन बा मालीक
तब-तब बहुते मन बिखियाइल बाटे इंटरनेट पर



रूस, कनाडा, चीन, जर्मनी, भारत, यू.एस या लंदन
एक सूत्र में लोग बन्हाइल बाटे इंटरनेट पर


कहली उ मुस्कात ‘ खोजाइल बाटे इंटरनेट पर


मन के अँगना में गूँजत बा ‘भावुक’ हो तोहरे बतीया
गोरिया के लव-लेटर आइल बाटे…..


Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh